इस ब्लॉग में आप परिणीति चोपड़ा की जीवनी(Parineeti Chopra Biography In Hindi) और अन्य विवरण हिंदी में पढ़ेंगे।
परिणीति चोपड़ा अपनी गतिशील ऑन-स्क्रीन शख्सियत और अनुकूलनीय अभिनय शैली के लिए प्रसिद्ध हैं। भारतीय फिल्म उद्योग में उनका अनुभव अविश्वसनीय रूप से प्रेरक रहा है। प्रतिभाशाली छात्र से प्रसिद्ध अभिनेत्री बनने तक परिणीति का सफर प्रतिभा, दृढ़ संकल्प और कड़ी मेहनत के लिए एक प्रेरणा है।
इस ब्लॉग में, हम उनके जीवन, करियर और उनके द्वारा हासिल की गई उपलब्धियों पर करीब से नज़र डालेंगे।
Table of Contents
परिणीति चोपड़ा जीवन परिचय | Parineeti Chopra Jivan Parichay
विशेषता | विवरण |
---|---|
पूरा नाम | परिणीति चोपड़ा |
जन्म तिथि | 22 अक्टूबर, 1988 |
जन्म स्थान | अंबाला, हरियाणा, भारत |
राष्ट्रीयता | भारतीय |
पेशा | अभिनेत्री |
सक्रिय वर्ष | 2011–वर्तमान |
पहली फिल्म | लेडीज वर्सेज रिकी बहल (2011) |
पुरस्कार | सर्वश्रेष्ठ महिला पदार्पण के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार, राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार – विशेष उल्लेख, और अधिक |
परिणीति चोपड़ा की जीवनी | Parineeti Chopra Biography In Hindi
Parineeti Chopra Biography In Hindi: परिणीति चोपड़ा का जन्म 22 अक्टूबर, 1988 को अंबाला, हरियाणा, भारत में हुआ था। वह एक ऐसे परिवार से आती हैं जिसका बॉलीवुड से गहरा नाता है, वह प्रसिद्ध अभिनेत्री प्रियंका चोपड़ा की चचेरी बहन हैं।
फिर भी, परिणीति की प्रतिभा और अटूट दृढ़ता ने उन्हें व्यवसाय में अपना स्थान बनाने की अनुमति दी।
परिवार | Parineeti Chopra Family
परिणीति चोपड़ा एक पंजाबी परिवार से ताल्लुक रखती हैं। उनके पिता पवन चोपड़ा एक व्यवसायी हैं, जबकि उनकी माँ रीना चोपड़ा एक गृहिणी हैं।
उनके भाई शिवांग और सहज हैं। परिणीति का अपने परिवार के साथ एक मजबूत रिश्ता है, जिसे वह अक्सर अपनी दृढ़ता और सफलता के लिए धन्यवाद देती हैं।
परिणीति को फिल्म व्यवसाय में अपनी अद्भुत रोल मॉडल, प्रियंका चोपड़ा, जो एक वैश्विक आइकन हैं, से अभिनय करने की प्रेरणा मिली।
शिक्षा | Education
फिल्मों की दुनिया में कदम रखने से पहले, परिणीति एक अकादमिक रूप से प्रतिभाशाली छात्रा थीं। उन्होंने अंबाला के कॉन्वेंट ऑफ जीसस एंड मैरी से अपनी शिक्षा पूरी की।
17 साल की उम्र में अपनी आगे की पढ़ाई के लिए वह इंग्लैंड चली गईं। परिणीति ने मैनचेस्टर बिजनेस स्कूल से बिजनेस, फाइनेंस और इकोनॉमिक्स में ट्रिपल ऑनर्स की डिग्री हासिल की।
इंग्लैंड में रहने के दौरान उन्होंने मैनचेस्टर यूनाइटेड फुटबॉल क्लब में पार्ट-टाइम पद भी संभाला। बैंकिंग में शानदार करियर होने के बावजूद, परिणीति का फिल्म निर्माण के प्रति प्यार उन्हें वापस भारत ले आया।
करियर | Career
परिणीति चोपड़ा का बॉलीवुड में डेब्यू काफी अपरंपरागत था। भारत लौटने के बाद उन्होंने यशराज फिल्म्स के लिए एक जनसंपर्क सलाहकार के रूप में काम किया।
वाईआरएफ में अपने समय के बाद उन्होंने अभिनय में हाथ आजमाया। परिणीति ने 2011 की फिल्म लेडीज वर्सेस रिकी बहल में सहायक भूमिका में बतौर अभिनेत्री अपनी शुरुआत की।
अपने अभिनय के लिए सकारात्मक समीक्षाओं के कारण, उन्होंने सर्वश्रेष्ठ महिला पदार्पण के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार जीता।
इसके बाद उन्होंने अर्जुन कपूर के साथ इश्कजादे (2012) में मुख्य भूमिका निभाई। यह फिल्म आलोचनात्मक और आर्थिक रूप से सफल रही, जिसने परिणीति को बॉलीवुड में एक संभावित अभिनेत्री के रूप में स्थापित किया।
एक उत्साही और दृढ़ इच्छाशक्ति वाली लड़की जोया के उनके चित्रण ने उन्हें कई पुरस्कार दिलाए, जिसमें एक राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार – विशेष उल्लेख भी शामिल है।
परिणीति ने दावत-ए-इश्क (2014), हंसी तो फंसी (2014), और शुद्ध देसी रोमांस (2013) जैसी फिल्मों में कई तरह की भूमिकाएँ निभाकर वर्षों से अपनी लचीलापन का प्रदर्शन किया है।
कई किरदारों और शैलियों में घुलने-मिलने की उनकी क्षमता ने उन्हें दर्शकों और आलोचकों के बीच समान रूप से लोकप्रिय बना दिया है।
परिणीति ने 2017 की फ़िल्म मेरी प्यारी बिंदु में एक महत्वाकांक्षी गायिका की भूमिका निभाई, जिसमें उन्होंने बेहतरीन प्रदर्शन किया।
इस फ़िल्म ने उन्हें अपनी गायन प्रतिभा को प्रदर्शित करने का एक मंच भी दिया। उन्होंने गोलमाल अगेन (2017), नमस्ते इंग्लैंड (2018), और केसरी (2019) जैसी फ़िल्मों में विभिन्न भूमिकाएँ निभाईं।
उनकी सबसे प्रशंसित प्रस्तुतियों में से एक 2021 की फ़िल्म द गर्ल ऑन द ट्रेन थी, जो एक मनोवैज्ञानिक थ्रिलर थी जिसमें उन्होंने मीरा कपूर के जटिल चरित्र को चित्रित किया था।
इस भूमिका में उनकी अभिनय क्षमता का प्रदर्शन किया गया, जो उनके पिछले काम से एक बड़ा बदलाव था।
परिणीति ने अपने काम के प्रति अपनी प्रतिबद्धता और कठिन भूमिकाएँ निभाने की तत्परता के कारण बॉलीवुड में एक अलग जगह बनाई है।
एक विद्वान से एक सफल अभिनेत्री बनने का उनका सफ़र कई महत्वाकांक्षी अभिनेताओं के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
निष्कर्ष | Conclusion
परिणीति चोपड़ा की कहानी उत्साह, कड़ी मेहनत और लचीलेपन से भरी है।
उन्होंने अपने उल्लेखनीय फिल्मी करियर और अपनी शैक्षणिक उपलब्धियों के माध्यम से यह साबित कर दिया है कि जो लोग सपने देखने की हिम्मत रखते हैं और अपने सपनों को साकार करने के लिए अंतहीन प्रयास करते हैं, वे सफल हो सकते हैं।
परिणीति की प्रतिभा और दृढ़ता ने उन्हें बॉलीवुड इंडस्ट्री में चमकने का मौका दिया है, जिससे उनके कई प्रशंसक प्रेरित हुए हैं।
परिणीति चोपड़ा की जीवनी(Parineeti Chopra Biography In Hindi) के बारे में हमारा ब्लॉग पढ़ने के लिए धन्यवाद, आशा है कि आप हमारा ब्लॉग पढ़कर संतुष्ट होंगे।
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